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हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का किया जाएगा फॉलोअप,रखी जाएगी निगरानी
-हर मंगलवार को एएनएम प्रखंड स्थित अस्पताल में जमा करेंगी सूची
-आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण के दौरान ऐसी महिलाओं को करेंगी चिह्नित
भागलपुर, 29 नवंबर। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इसी सिलसिले में मंगलवार को नाथनगर रेफरल अस्पताल और सबौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। नाथनगर में प्रशिक्षण देने का काम केयर इंडिया की मनीषा व पूनम टिग्गा और सबौर में आलोक कुमार व संध्या ने किया। प्रशिक्षण के दौरान एएनएम को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का बेहतर प्रबंधन कैसे करना है, इस बारे में बताया गया। एएनएम को बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच करें। जांच में अगर किसी का ब्लडप्रेशर 140-90 से अधिक हो या फिर उसका हीमोग्लोबिन 7 ग्राम से कम हों तो उसकी एक सूची बनाएं। उस सूची को प्रखंड अस्पताल में हर मंगलवार को जमा कर दें। अस्पताल से उसका फॉलोअप किया जाएगा। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली गर्भवती महिलाओं की निगरानी रखी जाएगी।
प्रशिक्षण के दौरान एएनएम को बताया गया कि अगर किसी गर्भवती महिला का हीमोग्लोबिन सात ग्राम से काम हो तो उसे विशेष तौर पर सतर्क रहने के लिए कहें। गर्भावस्था के दौरान उसे आयरन की 180 गोली लेने की सलाह दें। साथ ही कैल्सियम की भी 360 गोली का सेवन करने के लिए कहें। ऐसा करने से प्रसव के दौरान जटिलताओं से बचा जा सकता है। साथ ही ऐसी गर्भवती महिलाओं को भोजन को लेकर जागरूक करने के लिए भी कहा गया। उन्हें प्रोटीनयुक्त आहार लेने की सलाह दी गई। दूध, दही, मछली, मांस, हरी सब्जी और मौसमी फल का सेवन ऐसी महिलाओं के लिए लाभदायक रहेगा। इसलिए इस तरह की सलाह गर्भवती महिलाओं को देने के लिए कहा गया।
उच्च रक्तचाप वाली गर्भवती महिलाएं भी रहें सतर्कः प्रशिक्षण के दौरान उच्च रक्तचाप से पीड़ित गर्भवती महिलाओं पर भी विशेष नजर रखने के लिए कहा गया। ऐसी महिलाओं को प्रोटीनयुक्त आहार तो लेना चाहिए, लेकिन तली-भुनी हुई और तेल-मसाले वाले भोजन से परहेज करना चाहिए। ऐसी महिलाओं को दूध-दही, हरी सब्जी और मौसमी फल का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। दरअसल, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दो जान की परवाह करनी पड़ती है। एक उसके खुद का तो दूसरा उसके पेट में पल रहे बच्चे का। इसलिए उच्च रक्तचाप वाली गर्भवती महिलाओं को भी प्रोटीनयुक्त आहार तो लेना चाहिए, लेकिन तेल औऱ मसाले से परहेज करना चाहिए।
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रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar